रायगढ़। प्लेसमेंट सफाई कर्मचारियों के बाद सोमवार से नगर निगम में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम करने वाली स्वच्छता दीदी भी हड़ताल पर चली गई है। इससे एक ओर जहां नगर निगम प्रशासन की परेशानी बढ़ गयी है तो वहीं पूरे शहर में सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है।
नगर निगम प्रशासन की परेशानी बढ़ गयी है। पहले प्लेसमेंट कर्मचारी, फिर ठेका सफाई कामगार तो अब शहर के सभी 48 वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम करने वाली स्वच्छता दीदियों ने भी आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है। सोमवार को स्वच्छता दीदीयों ने कलेक्टर के नाम अपने मांगों का पुलिंदा सौपते हुए अपने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। स्वच्छता दीदी महिला महासंघ की तीन मांगें हैं। पहला उन्हें कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जाये तो दूसरा पीएु की राशि कटनी चाहिये वहीं तीसरी मांग महीने में दो अवकाश लेने पर वेतन से पैसा नहीं कटना चाहिये जबकि रविवार को उन्हें अवकाश दिया जाये।
स्वच्छता दीदियों का कहना हकि 2017 से वे स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम करते आ रही है। साथ ही जब पूरे भारत में लॉकडाउन था और कोरोना काल था तब भी उन्होंने अपनी जान की परवाह किये बगैर कचरा कलेक्शन करने का काम किय है मगर आज भी उन्हें मानदेय राशि मात्र 72 सौ रूपये दी जाती ह जिससे परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है।
शहर में चरमराई सफाई व्यवस्था…
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