




रायगढ़ं कोतवाली थाना क्षेत्र के जनकर्म प्रेस गली में हुए दोहरे हत्याकांड ने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया है। बीती रात 12 से 12रू30 बजे के बीच अज्ञात हमलावरों ने दो बुजुर्ग भाई-बहन की निर्ममता से हत्या कर दी। मृतकों की पहचान 70 वर्षीय सीताराम जायसवाल और उनकी 68 वर्षीय बहन अन्नपूर्णा जायसवाल के रूप में हुई है। सुबह करीब 11 बजे जब परिजन घर पहुंचे, तो अंदर का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए। घर के आंगन में खून से लथपथ अन्नपूर्णा का शव पड़ा था, जिसने पीली साड़ी पहन रखी थी, जबकि सीताराम का शव घर के अंदर काले जैकेट में मिला। दोनों के सिर पर गहरी चोट के निशान थे, जो किसी ठोस हथियार से किए गए हमले को दर्शाते हैं। फर्श पर बिखरा खून इस बर्बर वारदात की भयावहता को बयान कर रहा था। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
खबर मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर को घेर लिया। घटनास्थल को सील कर दिया गया और किसी भी बाहरी व्यक्ति या मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही। जांच का नेतृत्व आईपीएस अधिकारी आकाश शुक्ला कर रहे हैं। फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। फुटेज में दो संदिग्ध दिखाई दिए हैं, लेकिन उनके चेहरे स्पष्ट नहीं हैं। स्निफर डॉग रूबी ने घटनास्थल से श्याम टॉकीज रोड होते हुए रेलवे स्टेशन तक संदिग्धों के निशान ढूंढे। प्लेटफार्म नंबर दो पर रुककर संकेत दिया कि आरोपी संभवतः ट्रेन से फरार हो गए।
यह हत्याकांड क्यों हुआ, इसे लेकर फिलहाल कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है। स्थानीय लोग इस वारदात से सदमे में हैं और इलाके में दहशत का माहौल है। यह घटना कोतवाली थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई, जिससे पुलिस की रात्रि गश्त और शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
यह दोहरा हत्याकांड पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग यह समझने में असमर्थ हैं कि आखिर इतने निर्दयता से इस वारदात को क्यों अंजाम दिया गया। पुलिस के लिए यह मामला सुलझाना एक चुनौती बन गया है, और शहर के लोग इस भयावह घटना के जिम्मेदार अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद कर रहे हैं।